भारतवर्ष मेँ प्राचीन काल से न्याय तथा नीति दर्शन,वेद,भिष्म,विदूर, चाणक्य etc.
कानून के
1. अध्ययन हेतु:-
(A)कोलेजो मेँ सप्ताह मेँ तीन दिन(शुक्र, शनि, रवि)को साँम 6 से 8 बजे तक IGNOU, BAOU के जरिए लेक्चर होने चाहिए,
(B)इस प्रकार LLB, MLL,Ph.D. etc. कोर्ष चलने चाहिए
2. न्याय हेतु:-
(A)साम के समय अलग सत्र न्यायालयो को जिसमेँ अलग जज भी हो
(B)बार-काउन्सीलो थोडा लचीला रुख दिखाना चाहिए
3. अमल हेतु:-
(A)सरकार को चाहिए की वह पारदर्शी नीति बनाए
(B)LAW की एक विशेष Website बनाके इस पर केन्द्र तथा राज्य सरकार कानून के रुप लेने से पहले के सभी बील-ड्राफट, सभी परिपत्र, संसद/विधानसभा द्वारा पारित सभी बील etc. Publish करने चाहिए
4. कानून बनाने हेती:-
(A)कानून बनने से पहले प्रत्येक Bill पर जनता की राय लेने नेट, TV, Radio, News Paper etc. का प्रयोग किया जाना चाहिए
(B)जनता की राय के बाद Expert Commitee को बील पर अपने विचार रखने के लिए कहा जाये
(C)अंत मे बिल केबीनेट को पास करे तथा बादमेँ संसद या विधानसभा इसे पास करे
उपरोक्त 1 से 4 मुदो पर अमल हेतु संसद को शक्तिशाली कानून बनाना चाहिए
No comments:
Post a Comment