2. लोकपाल के तहत PM को नही लाना चाहिए फिर भी लाने की सहमति बने तो सशर्त लाया जाए
3. CBI को सरकार अंडर मेँ रखने के साथ कुच्छ स्वायतता मिले
4. लोकपाल अपनी जाँच रीपोर्ट सीधे सुप्रीम कोर्टको सौपे, साथ ही सजा के लिए सिफारीश करे कोर्ट चाहे सजा सुनाए या मामला पुनः जाँच हेतु लोकपाल को सौपे
5. लोकपाल का आदेश हाइकोर्ट के समान माना जाएँ, जिन्हे केवल सुप्रिम कोर्ट मेँ चुनौती दी जा शकती हो
6. भ्रष्टाचार के मामलो की जाँज करने तथा सजा सुनाने दोनो पावर्स लोकपाल के तहत सशर्त दिया जा शकता है.
7. लोकपाल को विधि द्वारा शक्ति मिले साथ ही संवैधानिक दजाँ मिले.
8.अन्वेषण+न्याय=लोकपाल
(शक्तियाँ)
स्पष्टता:-कुच्छ भ्रष्ट ताकते लोकपाल को लोकशाही का पाँचवा खंभा बताके भ्रम फैलाकर संविधान का उल्लंघन बता रहे है, यह गलत बात है. लोकपाल के बारे मेँ सही बात यह होगी कि , न्यायपालिका के कार्य क्षेत्र के अंतर्गत ही लोकपाल को माना जाए ताकि आजकल सुप्रिमकोर्ट निष्पक्ष चाँच हेतु बार-बार SIT की नियुक्ति करनी पड रही है, एसा करने की जरुरत न रहे.
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