1. क्या करे इन राजनीतिक पार्टीयो का?
2. क्यो मजबूत लोकपाल नही चाहती पार्टीयाँ?
3. क्यो देश की भावना का नेता सम्मान नही करते
4. यदी नेताओ मे लोकपाल बनाने का विल नही है, क्या करे?
5. 27,अगस्त 2011 को संसद मेँ जो भावना बनी क्यो पलटे नेता?
6. अबभी समय है आपसी खीचतान छोडकर सहमती बनाए नेता नहि देश कभी माफ नहि करेगा
7. कोइ सोचता है कि कोइभी पार्टी 2/3 बहुमत मे आकर मजबूत लोकपाल बनाएगी, कभी कोईभी पार्टी नही बनाएगी
8. आज ही समय है चाहे संसद मेँ लोकपाल पर पाँच दश-दिन बहस क्यो न करनी पडे, इसके सिवाय लोकपाल लटकेगा.
9. देश अन्ना की सेहत को लेकर चिँता मेँ है, कुछ भी देश चाहता है कि संवैधानिक शक्ति वाला मजबूत लोकपाल बने.
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